दिल में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो कोई भी बाधा मंजिल के आड़े नहीं आ सकती। इस बात को सार्थक कर दिखाया है अंतरराष्ट्रीय स्कीयर बन चुकी मनाली के एक छोटे से गांव बुरूआ की आंचल ने। नन्हीं आंचल जब नंगे पांव बर्फ पर बेखौफ भाग जाया करती थी और मां के बार-बार